चाँद और पौधा
अनघा.बि एस
8 डि
एक दिन चाँद कही से एक आवाज सुनी। चाँद नीचे की ओर देखा तो एक पौधा रो रहा है। चाँद ने पौधे से पूच्छा तुम क्यों रो रहे हो? पौधा बोला वसन्दकाल आया, सब कहीं फूल हँस रहे है। तितली मधू चूस रहि है।कोयल गा रहा है। लेकिन मुझमें बहार नही आया।कहकर पौधा रोने लगा। चाँद को बडा दुख हुआ। उपर जाकर चाँद ने अपने दोस्त तारों से फूल की मदद करने को कहा। तारे नीचे आये और पौधा पर बैठने लगे।पौधे खुशी से नाचने लगा।
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